Delhi Vidhan Sabha Election 2025 में टिकट बांटने को लेकर भाजपा के पूर्वांचली नेता नाराज हैं। कई जगहों पर असंतोष भी है। पार्टी ने पांच पूर्वांचली नेताओं को टिकट दिया है जबकि आम आदमी पार्टी ने 11 लोगों को चुनाव मैदान में उतारा है। दिल्ली के लगभग सभी विधानसभा क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश बिहार व झारखंड से संबंधित मतदाता हैं लेकिन 27 सीटों पर ये निर्णायक स्थिति में हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Election 2025) में पूर्वांचलियों का समर्थन प्राप्त करने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा के बीच होड़ लगी है। दोनों पार्टियां इनके लिए अपने आप को हितैषी बताने का प्रयास कर रही हैं।
इस जुबानी लड़ाई के बीच भाजपा के पूर्वांचल नेता टिकट वितरण को लेकर निराश हैं। कई स्थानों पर असंतोष भी है। पार्टी ने पांच पूर्वांचली नेताओं का टिकट दिया है।
AAP ने कितने पूर्वांचलियों को दिया टिकट ?
वहीं, आम आदमी पार्टी ने 11 लोगों को चुनाव मैदान में उतारा है। आम आदमी पार्टी नेता भी इसे लेकर भाजपा को घेर रहे हैं। दिल्ली के लगभग सभी विधानसभा क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश, बिहार व झारखंड से संबंधित मतदाता हैं, लेकिन 27 सीटों पर ये निर्णायक स्थिति में हैं। इन्हें अपने साथ जोड़ने को लेकर छठ पूजा के समय से ही राजनीतिक पार्टियों के बीच खूब बयानबाजी हो रही है।
अनधिकृत कॉलोनियों है पूर्वांचली वोटरों की अच्छी संख्या
जनता दल यूनाटेड ने बुराड़ी से शैलेंद्र कुमार को चुनाव मैदान में उतारा है। पिछली बार नई दिल्ली, दिल्ली कैंट, देवली, रिठाला, सीलमपुर व बादली जैसी सीटों पर भी भाजपा ने पूर्वांचली नेता को टिकट दिया था।इस बार भी इन सीटों पर पुरबिया नेताओं की दावेदारी थी। टिकट नहीं मिलने से इनमें असंतोष है। बगावत जैसी स्थिति तो नहीं हुई, परंतु नाराज नेताओं ने क्षेत्र में अपनी सक्रियता कम कर दी है। अनधिकृत कॉलोनियों व झुग्गी बस्तियों में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी संख्या है।