हरियाणा (Haryana Crime) के जींद (Jind Murder) के निर्जन गांव में प्रॉपर्टी विवाद के चलते गैस एजेंसी संचालक दो सगे भाइयों दिलबाग और सतीश की देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। आरोप सुरेश और उसके बेटे मोहित पर है जिनके साथ पुराना जमीन और रास्ते को लेकर झगड़ा चल रहा था। पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

Haryana Crime: प्रॉपर्टी के विवाद की रंजिश में गैस एजेंसी संचालक दो सगे भाइयों दिलबाग (50) व सतीश (44) की गोली मारकर हत्या (Jind Double Murder Case ) कर दी। घटना मंगलवार रात करीब दो बजे गांव निर्जन में बाईपास पुल के निकट हुई।
सिविल लाइन थाना पुलिस ने सतीश के बेटे मोहित की शिकायत पर सुरेश-उसके बेटे को नामजद करते हुए अन्य के खिलाफ भी हत्या, हत्या के प्रयास व शस्त्र अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।
अंधाधुंध फायरिंग करने का आरोप
शिकायत के अनुसार, मंगलवार शाम को सुरेश गाड़ी लेकर आया और एजेंसी (Gas Agency Owners Killed) के सामने अचानक ही ब्रेक लगा दिए। गाड़ी के ब्रेक लगाने पर धूल उठी तो सतीश ने विरोध जताया। इस पर सुरेश तैश में आ गया और सतीश व दिलबाग के साथ मार पिटाई की। लोगों ने बीच-बचाव किया।
source of news –http://jagran .com
अस्पताल में मेडिकल भी करवाया था। देर रात को सतीश का बेटा मोहित गाड़ी लेकर सेक्टर 11 से निकल रहा था तो इसी दौरान सुरेश व उसके बेटे मोहित ने उस पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। परिचालक सीट की खिड़की, आगे के शीशे पर गोली लगी। हमलावरों ने डंडा मारकर गाड़ी का पीछे का शीशा तोड़ दिया।
दो सगे भाइयों की गोली मारकर हत्या
इसके बाद रात करीब दो बजे सुरेश, उसका बेटा मोहित अन्य लोगों को लेकर एजेंसी के गोदाम में घुस गए और उसके सतीश, दिलबाग को गोली मार दी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। डीएसपी जितेंद्र कुमार ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है और आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
यह है विवाद की वजह
पुलिस के अनुसार गांव निर्जन निवासी दिलबाग व सतीश ने लगभग तीन साल पहले सत्यम गैस एजेंसी को खरीदा था और उसका गोदाम व कार्यालय बाईपास पुल के निकट बनाया हुआ था। कई साल पहले दोनों भाइयों ने बाईपास के साथ लगती साढ़े पांच एकड़ जमीन में कॉलोनी बना दी थी।
अक्टूबर 2024 को यह कॉलोनी अप्रूव्ड भी हो गई। बाईपास बनने के दौरान उसके खेत के पड़ोसी सुरेश कुमार का रास्ता बंद हो गया था और वह दोनों भाइयों द्वारा काटी गई कॉलोनी से रास्ता चाहता था, लेकिन सितंबर 2024 में सुरेश के खेत की तरफ जाने वाली कॉलोनी के तीनों रास्तों पर दीवार का निर्माण कर दिया था। बाद में नगर परिषद ने हस्तक्षेप करते हुए गलियों के सामने बनी दीवार को हटवा दिया था। इसी दौरान दोनों के बीच में तनातनी चली हुई थी।