
फरीदाबाद के हीरापुर में मोहना रोड पर नालियों में जलभराव से 20 गांवों का आवागमन बाधित है। ग्रामीणों द्वारा अवैध कब्जे और कूड़े से नालों के भरने के कारण समस्या हो रही है। पंचायत और लोक निर्माण विभाग की निष्क्रियता के कारण निवासियों को परेशानी हो रही है। प्रभावित गांवों में मोहना जल्हाका और अन्य शामिल हैं।
जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़। हीरापुर में मोहना रोड पर नालियों का जलभराव होने से 20 गांवों के ग्रामीणों को आवागमन प्रभावित हो रहा है। दो पहिया वाहन चालक यहां पर फिसल कर गिरने से चोटिल हो रहे हैं। ग्रामीणों ने पानी निकासी के नाले पर अवैध कब्जा किया हुआ है या फिर कचरा से भरा हुआ है।
मोहना आने-जाने के लिए तीन रास्ते हैं। एक रास्ता बल्लभगढ़ से दयालपुर, अटाली, छांयसा, दूसरा बल्लभगढ़ से पन्हैड़ा खुर्द, हीरापुर होकर और तीसरा रास्ता फतेहपुर बिल्लौच, जवां, अटेरना से होकर मोहना जाता है।
बल्लभगढ़ से पन्हैड़ा खुर्द, हीरापुर होकर माेहना जाने वाले रास्ते में हीरापुर गांव में नालियों का एक से दो फुट करीब 50 मीटर के रास्ते में जलभराव हो रहा है। यह मार्ग दो लेन है। कई बार दो वाहनों का जलभराव में से बचाना मुश्किल हो रहा है।
बताया गया कि यहां पर ग्रामीणों ने पानी निकासी के नाले पर अपने मकान बनाकर अवैध कब्जे किए हुए हैं। नाले को कई जगह कचरा से भरा हुआ है। इसलिए सड़क पर जलभराव हो रहा है। जलभराव से सड़क में गड्ढे बन गए हैं। जो पानी जोहड़ में जाना चाहिए वह भी सड़क पर डाला जा रहा है। इस जलभराव को रोकने के लिए न तो पंचायत कोई कदम उठा रही है और न लोक निर्माण विभाग(पीडब्ल्यूडी)।
इन विभागों की लापरवाही का खामियाजा तो इस मार्ग से निकलने वाले लोगों को उठाना पड़ रहा है। गांव की पंचायती गुटबाजी का आम आदमी खामियाजा क्यों उठाए। इस बारे में प्रशासन को सोच कर अपनी कार्रवाई करनी चाहिए।
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इन गांवों का आवागमन हो रहा प्रभावित
मोहना रोड पर हीरापुर में जलभराव होने से मोहना, जल्हाका, बलई, कुलैना, अमरपुर, थंथरी, बागपुर खादर, सोलडा, भोलडा, राजुपुर, दोसपुर, नंगलिया, भूड, माला सिंह का फार्म, हीरापुर, नरियाला, नरहावली, पन्हैड़ा खुर्द, पन्हैड़ा कलां, दयालपुर, फफूंदा के ग्रामीणों का आवागमन प्रभावित हो रहा है। यहां से निकलते समय ग्रामीणों के कपड़े खराब हो जाते हैं।
गांव के लोगों ने अपने घरों के आगे नाले पर अवैध कब्जे किए हुए हैं। पानी को सड़क पर निकाला हुआ है। हमें अपने घेर में जाने के लिए भी परेशानी हो रही है। लोगों की परेशानी का ग्रामीणों पर कोई असर नहीं पड़ता। -ओपी कौशिक
नालियों की सफाई नहीं की जाती। यह कचरा से पूरी तरह भरी हुई हैं। नालियों के पानी को जोहड़ में डाला जाना चाहिए। लोक निर्माण विभाग की सड़क को क्यों तोड़ा जा रहा है। इस दिशा में गांव का कोई भी व्यक्ति नहीं सोच रहा है। -मोहन
लोक निर्माण विभाग ने उन लोगों के मकानों को तोड़ दिया है, जिन्होंने विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ है। जल्दी ही सभी अपने कब्जों को हटा लेंगे। पीडब्ल्यूडी नाली बनाकर पानी को जोहड़ में निकाल देगा। -ब्रह्मानंद, पंच
”हमने हीरापुर में उन ग्रामीणों को नोटिस दिए हुए हैं, जिन्होंने विभाग की भूमि पर कब्जा करके अवैध रूप से मकान बनाए हुए हैं। नालियों के पानी को सड़क पर जमा नहीं होने दिया जाएगा। पंचायत को ही नाली बनाकर पानी को जोहड़ में ले जाना होगा। विभाग कहीं पर भी नाली नहीं बनाता है। पहले नाली बनाता था। अब सरकार ने स्पष्ट कह दिया है कि गांव में पंचायत पानी निकासी के लिए नाली बनाएगी। – प्रकाश लाल, कार्यकारी अभियंता लोक निर्माण विभाग फरीदाबाद”