
फरीदाबाद में एफएमडीए अधिकारियों द्वारा सेक्टर 12-15 की सड़क को अधूरा छोड़ने से जनता परेशान है। पहले एक लेन उखाड़ी अब दूसरी भी खोद दी। मंत्री विपुल गोयल और पूर्व विधायक नरेंद्र गुप्ता ने नाराजगी जताई है। केके भूरा कंस्ट्रक्शन कंपनी को ठेका मिला है जिसने बिना एनओसी के काम शुरू कर दिया। एक लाख वाहन चालक प्रभावित हैं।
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जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। फरीदाबाद में एफएमडीए के अधिकारी एक के बाद एक गलती करते जा रहे हैं। किसी भी मामले से सबक लेने को तैयार नहीं है। सेक्टर-12-15 की सड़क बनाने के लिए इसकी एक लेन को 20 दिन पहले उखाड़ दिया था।
अब इसे बनाया तो है नहीं और दूसरी लेन को भी उखाड़ना शुरू कर दिया है। जबकि पहले उखाड़ी गई लेन बन जाती तो वाहन चालकों को राहत मिलती लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इससे वाहन चालकों की परेशानी दोगुणी हो गई है। इस उखड़ी हुई सड़क पर रोज धूल उड़ती है।
वहीं, हैरत की बात तो यह है कि प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल का निवास स्थान भी इसी सड़क से सटे हुए सेक्टर-15 में है। इसी सेक्टर में रहने वाले पूर्व विधायक नरेंद्र गुप्ता भी इस मामले पर बेहद नाराजगी दर्ज करा चुके हैं। जनप्रतिनिधियों की नाराजगी का फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों पर कोई असर पड़ता दिखाई नहीं दे रहा है।
प्राधिकरण ने केके भूरा कंस्ट्रक्शन कंपनी को ठेका दिया है। यही ठेकेदार ग्रेटर फरीदाबाद की कुछ मास्टर रोड भी बनाएगा, जिसकी एवज में 35 करोड़ का ठेका दिया है। वर्क अलाट किए गए दो माह से अधिक हो गए हैं लेकिन अभी तक सड़क बनाना शुरू नहीं किया गया है। यहां तक कि अभी ठेकेदार को नूंह में प्लांट लगाने की एनओसी भी नहीं मिल सकी है।
ठेकेदार की लापरवाही यह भी कि उसने बिना एनओसी मिले इस सड़क को खोद दिया है। अब एक लाख वाहन चालक परेशान हैं। इस सड़क का प्रयोग जिला उपायुक्त सहित अन्य अधिकारी भी करते हैं। खुद मंत्री और पूर्व विधायक नरेंद्र गुप्ता भी इसी सड़क से आ-जा रहे हैं। उखड़ी हुई सड़क पर इतनी रोड़ी बिखरी हुई है कि दोपहिया वाहन फिसलते हैं। कई को चोट लग चुकी है।
प्राधिकरण के कार्यकारी अभियंता केएस पठानिया का कहना है कि ठेकेदार को एनओसी मिल गई है। अब इस सड़क की सफाई का काम शुरू कर दिया है। जल्द इसे बनाना भी शुरू कर दिया जाएगा।