
फरीदाबाद में जागरण की खबर अनाज मंडियों का हाल के बाद जिला उपायुक्त हरकत में आए। उन्होंने गेहूं के उठान में तेजी लाने के निर्देश दिए। एसडीएम की देखरेख में एक कमेटी बनाई गई है जो खरीद और उठान की निगरानी करेगी। अधिकारियों को मंडियों से तुरंत गेहूं उठाने और किसानों को परेशानी से बचाने के लिए कहा गया है।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। जिला उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह ने मंगलवार को लघु सचिवालय में प्रशासनिक, संबंधित विभागीय अधिकारियों, खरीद एजेंसियों के अधिकारियों व ट्रांसपोर्टरों के साथ गेहूं उठान को लेकर समीक्षा बैठक की। खरीद एजेंसियों द्वारा खरीदे गए अनाज के उठान की धीमी गति पर डीसी ने अधिकारियों को गेहूं उठान का कार्य समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।
बता दें कि दैनिक जागरण ने मंगलवार के अंक में अनाज मंडियों का हाल : खुले में पड़ा 60 हजार मीट्रिक टन गेहूं, अधिकारी गहरी नींद में शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद अधिकारी हरकत में आए।
डीसी ने बैठक कर दिए ये निर्देश
डीसी ने तुरंत बैठक कर एसडीएम बल्लभगढ़ की देखरेख में एक कमेटी बनाने के निर्देश दिए, जो खरीद व उठान से संबंधित कार्य की निगरानी करेगी। डीसी ने कहा कि गेहूं खरीद व उठान से संबंधित सभी एजेंसी मालिकों व अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे नियमानुसार फसल की समय पर खरीद व उठान सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि व्यापारियों व एजेंसियों द्वारा गेहूं की खरीद व उठान में किसी भी प्रकार की देरी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने एजेंसी मालिकों व संबंधित अधिकारियों से कहा कि वे अधिक से अधिक ट्रक व लेबर लगाकर गेहूं के उठान में तेजी लाएं, ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
गोदामों में वाहन को तुरंत खाली करने के निर्देश
उन्होंने कहा कि अगर लेबर व ट्रक से संबंधित कोई समस्या आती है तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित एजेंसियों की है। खरीद एजेंसियों द्वारा भंडारण व्यवस्था का बेहतर तरीके से प्रबंधन किया जाए, ताकि खरीदी गई फसल का सुरक्षित भंडारण किया जा सके। ताकि गोदामों में वाहन को तुरंत खाली किया जा सके।
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उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अपने अनाज को निर्धारित मानकों के अनुसार सुखाकर ही मंडियों में लाएं, ताकि उनकी उपज बिना किसी बाधा के खरीदी जा सके। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि बाजारों में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो तथा सभी कार्य सुचारू रूप से पूरे किए जाएं। इस कार्य में लापरवाही व कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
नहीं हो रहा है पर्याप्त उठान
अब तक मंडियों में 75 हजार मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की आवक हो चुकी है। लेकिन 10 हजार मीट्रिक टन गेहूं का भी उठान नहीं हो सका। यानी मंडियां 60 हजार मीट्रिक टन गेहूं से भरी हुई हैं। दूसरी ओर, किसान हर पल बदल रहे मौसम से चिंतित हैं। अगर मौसम बिगड़ा तो किसानों को काफी नुकसान होगा।
बता दें कि शुक्रवार रात को हल्की बारिश होने से मंडियों में रखी गेहूं की फसल भीग गई। अब यह फसल सूख चुकी है लेकिन अभी तक उठान नहीं हो पाया है। इस बार गेहूं की ढुलाई का काम देरी से शुरू हुआ और अब इतनी धीमी गति से चल रहा है कि किसान फसल के उठान के लिए दिन-रात डेरा डाले हुए हैं। मंडियों में जगह-जगह गेहूं के ढेर नजर आ रहे हैं। वे गर्मी और मच्छरों के बीच रात गुजार रहे हैं लेकिन किसी को चिंता नहीं है।
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