
गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड पर वाहन से टकराकर एक तेंदुए की मौत हो गई। पर्यावरण कार्यकर्ताओं का कहना है कि वन विभाग की लापरवाही के कारण यह घटना हुई। उन्होंने वन्य जीवों के लिए पुलिया और जाली बनाने की मांग की थी जिस पर ध्यान नहीं दिया गया। पिछले कुछ सालों में 10 से अधिक वन्य जीवों की मौत हो चुकी है। अरावली पहाड़ी क्षेत्र में तेंदुओं की संख्या लगभग 50 है।
रुग्राम। गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड पर वाहन की चपेट में आने से एक तेंदुए की मौत हो गई। यह पूरी तरह से वन विभाग की लापरवाही व निष्क्रियता का नतीजा है। लंबे समय से पर्यावरण कार्यकर्ता मांग कर रहे हैं कि जहां से भी वन्य जीव रोड क्रॉस करते हैं, वहां पर पुलिया बनाने के साथ ही रोड के ऊपर दोनों तरफ जाली का निर्माण किया जाना चाहिए। मगर उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
मानेसर में जहां पर जाली लगाई गई थी, वह भी वन विभाग की निष्क्रियता से गायब हो चुकी है। पिछले कुछ बरसों के दौरान वाहनों की चपेट में आने से 10 से अधिक वन्य जीवों की मौत हो चुकी है। बता दें कि अरावली पहाड़ी क्षेत्र में काफी संख्या में वन्य जीव हैं। इनमें से तेंदुए की संख्या लगभग 50 पहुंच चुकी है।
Source of News:- jagran.com
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