
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अरावली वन क्षेत्र में अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। वन विभाग और नगर निगम संयुक्त रूप से बड़खल-अनखीर रोड और सूरजकुंड रोड पर स्थित सल्तनत फार्म हाउस और महिपाल गार्डन जैसे बैंक्वेट हॉल सहित 65 से अधिक निर्माणों को ध्वस्त कर चुके हैं। कुल 6000 से अधिक अवैध कब्जे हटाने हैं, जिसकी रिपोर्ट जुलाई में सुप्रीम कोर्ट को देनी है। यह कार्रवाई सोमवार को भी जारी रहेगी।
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फरीदाबाद। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अरावली वन क्षेत्र में अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। रविवार को छुट्टी वाले दिन वन विभाग और नगर निगम की संयुक्त कार्रवाई के तहत बड़खल-अनखीर रोड पर स्थित सल्तनत फार्म हाउस और सूरजकुंड रोड पर स्थित महिपाल गार्डन सहित अन्य बैंक्वेट हाल तोड़ने की कार्रवाई हुई।
वन विभाग अभी तक 65 से अधिक निर्माणों को जमींदोज कर चुका है। सोमवार को भी अवैध कब्जों को हटाने की कार्रवाई जारी रहेगी। यह बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर की जा रही कार्रवाई के तहत वन विभाग को छह हजार से अधिक छोटे बड़े अवैध निर्माणों को हटाना है।
वन विभाग को जुलाई में अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश करनी है। इसी लिए छुट्टी वाले दिन भी कार्रवाई की जा रही है। शनिवार को महिपाल ग्रीन वैली फार्म हाउस को तोड़ने पहुंची वन विभाग की टीम को विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा था।
उधर, इस मामले में पूर्व महापौर देवेंद्र भड़ाना ने कहा कि महिपाल ग्रीन वैली को उनका बताया जा रहा है। उनका इससे कोई लेना देना नहीं है। यह बात भी निराधार है कि उन्होंने यह कहा है कि महिपाल गार्डन वन विभाग की जमीन पर नहीं बनाया गया है, बल्कि वह तो महिपाल ग्रीन वैली का शुरू से ही विरोध कर रहे हैं।