
हापुड़ के मसूरी गुलावठी रोड औद्योगिक क्षेत्र में 30 साल से चली आ रही दूषित जलभराव की समस्या का समाधान होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने 51 करोड़ रुपये की लागत से जल निकासी व्यवस्था सुधारने के लिए निविदाएं आमंत्रित की हैं। इससे उद्योगों को होने वाले आर्थिक नुकसान, पर्यावरण प्रदूषण और कर्मचारियों व ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले बुरे प्रभावों से मुक्ति मिलेगी। तीन कंपनियों का चयन हो चुका है और अगले साल की शुरुआत तक काम पूरा होने की उम्मीद है।source ofnews-danikjagran
धौलाना (हापुड़)। हापुड़ में लगभग 800 एकड़ में फैले मसूरी गुलावठी रोड औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों के लिए राहत की खबर है। पिछले 30 वर्षों से दूषित रसायन युक्त जलभराव की समस्या से जूझ रहे इस क्षेत्र में अब उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने बड़ी पहल की है।
प्राधिकरण ने करीब 51 करोड़ रुपये की लागत से जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नाले आदि के निर्माण हेतु निविदा आमंत्रित की है। शुरुआती चरण में तीन कंपनियां को अग्रिम कार्रवाई के लिए चयन किया गया है। औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के बाद से ही जल निकासी की समुचित व्यवस्था न हो पाने के कारण वर्षा के मौसम में फैक्ट्रियों और गोदामों में केमिकल मिश्रित पानी भर जाता है।
इससे न सिर्फ उद्योगों को आर्थिक नुकसान होता है, बल्कि पर्यावरण प्रदूषण और कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। गंदा व दूषित पानी नीचे जमीन में रिस कर भूजल को भी दूषित कर रहा है। जिस कारण आसपास के क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण भी बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं।
यूपीसीडा की इस नई परियोजना के तहत क्षेत्र में सुनियोजित जल निकासी तंत्र विकसित किया जाएगा ताकि भविष्य में जलभराव जैसी स्थिति उत्पन्न न हो। उद्यमियों ने निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि बस निर्माण कार्य अपने समय से पूरा होजाए।
प्राधिकरण के क्षेत्रीय प्रबंधक राकेश कुमार झा ने बताया कि शुरुआती स्टेज में तीन कंपनियों को चयन किया गया है। इसके बाद जल्द ही काम आरंभ होजाएगा। उम्मीद है कि अगले वर्ष की शुरुआत तक कार्य पूरा कर लिया जाएगा।