
बेंगलुरु में एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मचने से 11 लोगों की मौत हो गई। दरअसल 4 जून को RCB की जीत के बाद जश्न मनाने के लिए समारोह का आयोजन किया गया था। क्रिकेट प्रशंसकों की भारी भीड़ स्टेडियम के बाहर आ जाने के बाद अचानक मची भगदड़ में 11 लोगों ने जान गंवा दी
नई दिल्ली। 3 जून को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का फाइनल मैच खेला गया था, जिसमें 17 सीजन के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने जीत दर्ज की।
इसके बाद 4 जून को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम (Bengaluru Chinnaswami Stadium Stampede) में जश्न मनाने के लिए समारोह का आयोजन किया गया था।
source of news-dainik jagran

इस समारोह के दौरान स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई और इस घटना में 11 लोगों की जान चली गई। अपने फेवरेट क्रिकेटर्स को देखने के लिए लाखों की संख्या में लोग पहुंचे थे। लेकिन अचानक भगदड़ मचने से बड़ी दुर्घटना हो गई और 11 लोगों की मौत हो गई और 47 लोग इस घटना में घायल हो गए।
- दोपहर 2 बजे- एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हजारों लोग पहले से ही जमा थे।
- दोपहर 3 बजे- आरसीबी के प्लेयर्स के आने से पहले ही भीड़ काफी ज्यादा बढ़ गई, जिससे सड़क जाम हो गई। हालांकि, मार्ग पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
- दोपहर 3.30 से 5 बजे- स्टेडियम के सभी 13 गेटों पर अंदर प्रवेश करने के लिए भारी भीड़ जमा थी। शुरुआत में कार्यक्रम के लिए पास जारी किए गए थे। बाद में फैंस के लिए नि:शुल्क प्रवेश की घोषणा की गई, जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई और लोग संकीर्ण गेटों से अंदर घुसने की कोशिश करने लगे।
- लोगों द्वारा स्टेडियम के अंदर घुसने की कोशिश के दौरान बैरिकेड गिर गए और लोग एक-दूसरे के ऊपर गिर पड़े, जिससे भगदड़ मच गई।
- शाम 5 बजे- भगदड़ मचने की घटना स्पष्ट हो चुकी थी। शुरुआत में तीन लोगों के मारे जाने की आशंका जताई गई, लेकिन जल्द ही यह संख्या 11 हो गई।
कर्नाटक सरकार का बयान
बेंगलुरु पुलिस और महानिरीक्षक द्वारा कर्नाटक सरकार को सौंपी गई रिपोर्ट के अनुसार, हजारों क्रिकेट प्रशंसकों की अप्रत्याशित भीड़ के कारण भगदड़ मची। अपनी रिपोर्ट में महानिदेशक ने स्पष्ट किया कि कार्यक्रम को कम समय में निर्धारित किए जाने के बावजूद सभी तरह की सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भगदड़ के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह स्वीकार किया कि उन्हें इतनी भीड़ के आने की उम्मीद नहीं थी। उन्होंने जाने गंवाने वाले 11 लोगों के परिवार वालों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस घटना के दर्द ने जीत की खुशी को मिटा दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टेडियम की क्षमता 35 हजार लोगों की है, जबकि 2 से 3 लाख लोग आ गए। उन्होंने कहा कि इतनी भारी भीड़ की उम्मीद नहीं थी। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवारों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने और घायलों के लिए मुफ्त इलाज की घोषणा की है।
उपमुख्यमंत्री का बयान
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि इस दुखद घटना से हम काफी दुखि हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए था। उन्होंने मारे गए 11 लोगों को लेकर शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, “इस घटना के लिए हमे खेद है और आपका दर्द हमारा दर्द है। हम इस दुख की घड़ी में अपने लोगों के साथ खड़े हैं।”