
Aaj Ka Mausam: उत्तर और पूर्वी भारत में मानसून के अनुकूल माहौल बना हुआ है. बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम बनने की वजह से देश के मैदानी इलाकों में अच्छी बारिश होने की संभावना है.
दक्षिण-पश्चिम मानसून अब उत्तर और पूर्वी भारत में अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है. बंगाल की खाड़ी में लगातार हो रही हलचल की वजह से मानसून को और रफ्तार मिली है. पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, उत्तर प्रदेश के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में भी अच्छी बारिश रिकॉर्ड की गई है. आनेवाले समय में और अच्छी बारिश की संभावना जताई गई है. उच्च पर्वतीय प्रदेशों में भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है. ऐसे में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश से हालात के और बिगड़ने की संभावना है. दिल्ली और आसपास के इलाकों में 24 और 25 जुलाई तक बारिश से राहत रहेगी, लेकिन उसके बाद पूरे इलाके में झमाझम बारिश होने की संभावना है. बिहार, उत्तर प्रदेश, बंगाल, ओडिशा, झारखंड जैसे प्रदेशों में मूसलाधार बारिश होना खेतीबारी के लिए शुभ है, क्योंकि इस समय धान की रोपाई का समय है और उसके लिए खेतों में पानी की जरूरत होती है. अच्छी बारिश उस कमी को पूरा करेगी.
बंगाल की खाड़ी में हलचल बढ़ गई है. निम्न दबाव क्षेत्र के 25 जुलाई को डिप्रेशन में बदलने की संभावना है, जो उत्तर ओडिशा और पश्चिम बंगाल के समुद्री हिस्से पर अधिक केंद्रित रहेगा. सिस्टम का मुख्य केंद्र अभी समुद्र पर रहेगा, लेकिन इससे काफी आगे अंदरूनी हिस्सों में मौसम गतिविधियां गुरुवार 24 जुलाई से ही शुरू हो जाएंगी. 25 जुलाई को इनकी तीव्रता में वृद्धि होने की संभावना जताई गई है. 26 जुलाई से यह सिस्टम मानसून ट्रफ के संपर्क में आने लगेगा, जिससे इसके प्रभाव का दायरा और गंभीरता दोनों बढ़ेंगे. इससे पूर्व और उत्तर भारत में भारी बारिश देखने को मिल सकती है. पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार जैसे प्रदेशों में इसका असर देखने को मिलेगा. इसके अलावा झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और उत्तर भारतीय मैदानी क्षेत्रों में इसका व्यापक प्रभाव पड़ने की संभावना है.
अगले 24 घंटों का पूर्वानुमान
अगले 24 घंटे के दौरान हरियाणा, पूर्वी राजस्थान, केरल, उत्तर कोंकण और गोवा और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड, ओडिशा, झारखंड के कुछ हिस्से, मराठवाड़ा, गुजरात क्षेत्र, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, सौराष्ट्र व कच्छ, पश्चिम राजस्थान, रायलसीमा और तमिलनाडु में हल्की बारिश के आसार हैं.
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मानसून ट्रफ दिल्ली के करीब सक्रिय हुआ और 5000 फीट की ऊंचाई की ओर शिफ्ट हो गया है. साथ ही एक पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) पर्वतीय क्षेत्रों में मौजूद है जो मानसून ट्रफ को सहयोग दे रहा है. इन दोनों सिस्टम्स के चलते राजधानी में मौसम में हलचल बनी हुई है. उत्तर बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव क्षेत्र (Low Pressure Area) बनने की संभावना है, जो ऊपरी हवा के चक्रवात (Cyclonic Circulation) से भी सहयोग प्राप्त करेगा. यह सिस्टम 26 जुलाई को जमीन पर आएगा और इंडो-गंगा के मैदानों की ओर बढ़ेगा. इसके असर से बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में 26 से 31 जुलाई के बीच तेज पूर्वी हवाएं चलेंगी और मानसून ट्रफ अपने सामान्य स्थान से दक्षिण की ओर खिसक जाएगी. इसके चलते दिल्ली और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में लंबा और अच्छा बारिश का दौर देखने को मिलेगा.