यूपी के कानपुर में एक कांस्टेबल ने इंस्टाग्राम पर स्टेटस लगाने के बाद सुसाइड कर ली। कांस्टेबल की पत्नी बच्चों सहित मायके गई थी। इसी दौरान उसने ये कदम उठाया।
कानपुर: यूपी के कानपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस के एक सिपाही ने इंस्टाग्राम पर स्टेटस लगाने के बाद सुसाइड कर ली। सिपाही ने स्टेटस लगाया, “रुतबा तो मरने के बाद भी रहेगा, लोग पैदल चलेंगे और मैं चार कंधों पर।”
क्या है पूरा मामला?
कानपुर पीआरवी डायल 112 में तैनात सिपाही मान महेंद्र ने अपने इंस्टाग्राम स्टेटस पर लिखा, “रुतबा तो मरने के बाद भी रहेगा, लोग पैदल चलेंगे और मैं चार कंधों पर, मै मुस्कुराते हुए मरूंगा, जीते जी मुझे खुशी नहीं मिली।” स्टेटस लगाने के बाद सिपाही ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
सिपाही, थाना कल्याणपुर क्षेत्र के पनकी रोड पर किराए के मकान में परिवार के साथ रहता था। सिपाही की पत्नी बच्चों सहित मायके गई थी। मृतक सिपाही के मकान में ही ऊपर के पोर्शन में एक सब इंस्पेक्टर हितेंद्र भी रहते हैं। उन्होंने जब उतरते समय खिड़की से देखा तो सिपाही का शव पंखे के सहारे फंदे पर झूल रहा था।
एसआई हितेंद्र ने तत्काल थाना कल्याणपुर को सूचना दी। सूचना मिलते ही थाना पुलिस, वेस्ट जोन के अधिकारी और फॉरेंसिंक की टीम मौके पर पहुंची और शव फंदे से उतारा और घटना की जांच में जुट गई। पुलिस ने परिजनों को भी सूचना दे दी है।
घटना पर क्या बोले पुलिस अधिकारी?
डीसीपी पश्चिम दिनेश त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और उन्होंने बताया कि 26 नवंबर को पत्नी बच्चों के साथ मायके गई थी। परिवार को सूचना दी गई कि कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। अभी तक आत्महत्या की वजह सामने नहीं आई है। कल्याणपुर पुलिस ने कमरे से सबूत जुटाए हैं।
कांस्टेबल मान महेंद्र थाना कल्याणपुर के माधव पुरम पर पूर्व ब्लाक प्रमुख अजय यादव के चार मंजिला मकान में रहते थे। उनके साथ में पत्नी कविता और दो बच्चे तेजस और दीपांशु रहते थे। इसी मकान के सेकंड फ्लोर पर कल्याणपुर थाने के दरोगा हितेंद्र पाल भी रहते हैं। 26 नवंबर को दोनों बच्चों के साथ पत्नी अपने मायके मथुरा गई हुई थी।
Source of News:- indiatv.in
2018 में यूपी पुलिस में भर्ती हुए थे मान महेंद्र
कांस्टेबल मान महेंद्र मथुरा से गोवर्धन थाना क्षेत्र के गांव में मढैरा के रहने वाले हैं। उनकी शादी 2015 में हुई थी और वह 2018 बैच के सिपाही थे। 11 जुलाई 2018 को यूपी पुलिस में भर्ती हुए थे। 13 जून 2015 को रावतपुर थाने से डायल 112 में भेजे गए थे, जिसके बाद किदवई नगर की पीआरवी 1246 में तैनात थे।







