
Gurgaon News: गुड़गांव क्षेत्र में जो पुरानी घाट, झील, कुछ पुराने ड्रेनेज सिस्टम और ब्रिटिश दौर के छोटे-बड़े डैम थे, वे अब अर्बनाइजेशन और ज्यादा डेवलपमेंट की वजह से गायब हो गए.
दिल्ली: इस समय देश में अगर किसी एक शहर में प्रॉपर्टी के रेट सबसे तेजी से बढ़ रहे हैं, तो वह शहर दिल्ली-एनसीआर के हरियाणा क्षेत्र में स्थित गुड़गांव है. जहां एक तरफ यहां प्रॉपर्टी के रेट दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं, वहीं इस शहर को भारत का सबसे बेहतरीन शहर भी माना जाता है. इसका कारण यहां कई बड़ी नेशनल और इंटरनेशनल कंपनियों के मुख्य ऑफिस का होना है. लेकिन जब इस बार दिल्ली-एनसीआर में एक रात थोड़ी सी बारिश हुई, तो इस आधुनिक और बेहतरीन शहर की स्थिति खुलकर सामने आ गई.
गुड़गांव में रहने वाले लोग और देश के अन्य शहरों में रहने वाले लोगों ने जब इस शहर की एक बारिश के बाद की स्थिति देखी, तो उनके होश उड़ गए. पूरा शहर एक बारिश के बाद ही पानी में डूब गया था. इतने महंगे प्रॉपर्टी वाले शहर और जिसे देश का सबसे आधुनिक और बेहतरीन शहर माना जाता है, वह थोड़ी सी बारिश में ही कैसे डूब गया? इसके पीछे की वजह जानने के लिए हमने अर्बन आर्किटेक्ट और फ्लड रेसिलिएंस के विशेषज्ञ डॉ. ज़ीशान इब्रार से बात की.
इन कारणों से डूब गया गुड़गांव
डॉ. ज़ीशान ने बताया कि गुड़गांव क्षेत्र में जो पुरानी घाट, झील, कुछ पुराने ड्रेनेज सिस्टम और ब्रिटिश दौर के छोटे-बड़े डैम थे, वे अब अर्बनाइजेशन और ज्यादा डेवलपमेंट की वजह से गायब हो गए हैं. पहले बारिश का पानी इन स्रोतों के जरिए गुड़गांव से बाहर निकल जाता था, लेकिन अब वह गुड़गांव में ही जमा हो जाता है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है. उनका कहना था कि अर्बनाइजेशन और डेवलपमेंट होना तो अच्छी बात है, लेकिन इन स्रोतों को खत्म करते समय प्राइवेट डेवलपर्स को कुछ चीजों पर ध्यान देना चाहिए था. जब भी नई कॉलोनियां या इमारतें बनती हैं, तो यह नहीं देखा जाता कि उस जगह की टोपोग्राफी क्या है और वहां से नेचुरल फ्लो ऑफ वाटर किस दिशा में है.
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उन्होंने साफ तौर पर कहा कि गवर्नमेंट जब प्राइवेट डेवलपर्स से प्लान मांगती है, तो वह उसमें किस तरह से कोई बिल्डिंग डिजाइन कर रहे हैं, यह सब तो देखती है, लेकिन वहां की टोपोग्राफी और ड्रेनेज सिस्टम को नेचुरल फ्लो ऑफ वाटर के साथ कैसे कनेक्ट करना है, यह सब ना तो डेवलपर अपने प्लान में बताता है और ना ही कोई सरकारी विभाग इस पर ज्यादा ध्यान देता है. ना ही किसी कानून के तहत डेवलपर पर यह चीज मैंडेटरी होती है कि वह यह दिखाए, जिसकी वजह से बाद में काफी समस्याएं आती हैं. यही एक बड़ी वजह है कि गुड़गांव में जब भी थोड़ी सी बारिश होती है, तो पूरा गुड़गांव पानी में डूब जाता है.