
पलवल से ओखला जा रही डीटीसी बस के ड्राइवर दीपक को बदमाशों ने लूटपाट के इरादे से चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। घटना 29 मई की है। शिकायत के बाद जीआरपी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। दीपक पलवल रेलवे स्टेशन से दिल्ली जाने वाली ईएमयू में सवार हुआ था। बदमाशों ने मोबाइल और पर्स छीनकर उसे ट्रेन से फेंक दिया। वह गंभीर रूप से घायल है।
फरीदाबाद। पलवल से ओखला जा रहे डीटीसी के बस ड्राइवर को लूटपाट की नीयत से ट्रेन में चढ़े बदमाशों ने चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। दीपक नाम का बस ड्राइवर इसमें घायल हो गया। मामला 29 मई का है, पर इसकी शिकायत राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) को अब दी गई है। जीआरपी ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
source of news-dainik jagran
पीड़ित दीपक ने बताया वह नूंह के गांव छछेड़ा का रहने वाला है। डीटीसी कालका डिपो में बस ड्राइवर की नौकरी करता है और प्रतिदिन दिल्ली से पलवल आवागमन करता है। 29 मई की रात को पलवल रेलवे स्टेशन से दिल्ली जाने वाली ईएमयू में बैठा था। डिब्बे में पहले से छह-सात महिला और पुरुष यात्री बैठे हुए थे। इस दौरान चार युवक और चढ़े और जब बल्लभगढ़ के पार ट्रेन पहुंची तो युवकों ने काल करने के लिए मोबाइल मांगा। नहीं देने पर मोबाइल और पर्स छीन लिया।
दीपक को शरीर में कई चोट लगी
पर्स में आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड और करीब 5800 रुपये थे। उसने जब मोबाइल और पर्स वापस मांगा तो चारों बदमाशों ने चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। गनीमत यह रही कि ट्रेन की रफ्तार धीमी थी। दीपक को शरीर में कई चोट लगी। दीपक के अनुसार रात का समय था, तो वह ट्रैक किनारे ही पड़ा रहा, क्योंकि वह उठ नहीं सकता था और मोबाइल बदमाश ले गए थे। अगले दिन किसी की नजर पड़ी और फिर दीपक के स्वजन को सूचना दी गई।
पुलिस मामले की कार्रवाई में जुटी
दीपक को बादशाह खान अस्पताल भर्ती कराया गया। उधर जीआरपी थाना प्रभारी के अनुसार मामला कुछ संदिग्ध सा लग रहा है। पीड़ित कह रहा है कि वह रात भर ट्रेक पर बैठा रहा था, इस दौरान मदद के लिए किसी को आवाज भी लगा सकता था। जिस क्षेत्र की घटना है वहां से सुबह शाम नौकरी पेशा वाले लोग निकलते हैं। अगले दिन भी शाम चार बजे उसके स्वजन पहुंचे। मामले की जांच की जा रही है, उसी अनुसार कार्रवाई होगी।