
फ़रीदाबाद के बादशाह खान अस्पताल में एक जनरल फिजिशियन द्वारा हार्ट स्पेशलिस्ट बनकर मरीज़ों की जान से खिलवाड़ करने का मामला सामने आया है। डीसीपी ने पुलिस को जांच के आदेश दिए हैं। अधिवक्ता संजय गुप्ता ने डॉक्टर की योग्यता पर सवाल उठाए हैं और पहले भी शिकायतें दर्ज कराई थीं। आरोप है कि डॉक्टर ने फ़र्ज़ी रजिस्ट्रेशन नंबर का इस्तेमाल किया।
फरीदाबाद। फरीदाबाद जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के संचालित हार्ट सेंटर में जनरल फिजिशियन के हार्ट स्पेशलिस्ट के रूप में सेवाएं देकर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करने के मामले में डीसीपी ने स्थानीय पुलिस को 24 घंटे में रिपोर्ट तैयार कर सौंपने के लिए कहा है। डीसीपी द्वारा गंभीरता दिखाने से ऐसी संभावना है कि शायद जांच को गति मिले।
सोमवार को अधिवक्ता संजय गुप्ता ने डीसीपी एनआइटी मकसूद अहमद से मिलकर हार्ट सेंटर में जुलाई, 2024 से फरवरी 2025 तक सेवा देने वाले डा.पंकज मोहन शर्मा की योग्यता पर सवाल उठाते हुए गंभीरता से जांच की मांग की। संजय गुप्ता ने डा.पंकज मोहन शर्मा की अलग-अलग राज्यों की डिग्रियों पर सवाल उठाते हुए इनकी जांच की मांग की।
बता दें कि संजय गुप्ता ने इससे पहले मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय तथा पुलिस चौकी में भी शिकायत की थी। शिकायत देने के बाद संतोषजनक कार्रवाई न होने पर पिछले दिनों उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय को शिकायत भेजी थी और अब डीसीपी एनआइटी मकसूद अहमद को स्थिति से अवगत कराया।
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यह है पूरा मामला
आरोप है कि जनरल फिजिशियन डा.पंकज मोहन शर्मा ने हार्ट सेंटर में नौकरी के दौरान अपने हमनाम हृदय रोग विशेषज्ञ के नाम का रजिस्ट्रेशन नंबर का इस्तेमाल किया था। डा.पंकज मोहन शर्मा ने रजिस्ट्रेशन नंबर की स्टैंप भी बनवाई हुई थी। यह स्टैंप सेंटर में आए मरीजों की पर्ची पर लगाई जाती है। एक मरीज के माध्यम से जब डा.पंकज मोहन जो वास्तव में हृदय रोग विशेषज्ञ हैं को जानकारी मिली तो उन्होंने हार्ट सेंटर में नौकरी करने वाले डा.पंकज मोहन शर्मा को लीगल नोटिस भेजा।
इसके बाद डा.पंकज मोहन शर्मा ने लिखित में जवाब तैयार कर असल हृदय रोग विशेषज्ञ डा. पंकज मोहन से माफी मांग ली थी। दैनिक जागरण ने छह जून को प्रकाशित खबर में बताया था कि जनरल फिजिशियन ने हार्ट स्पेशलिस्ट बन कर 50 से अधिक सर्जरी भी कर दी।
हृदय रोग विशेषज्ञ डा.पंकज मोहन ने 21 अप्रैल को सीएमओ को लिख्रित में सारी स्थिति से अवगत कराया। सीएमओ की ओर से कोई जांच नहीं की गई। जागरण ने जब इस मुद्दे पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी(सीएमओ) से बातचीत का प्रयास किया तो उन्होंने चुप्पी साध ली थी। संजय गुप्ता की शिकायत इससे पहले ही उनके पास पहुंची हुई थी, पर सीएमओ की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी है डाक्टर की पत्नी
डा. पंकज मोहन शर्मा की पत्नी स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी है। वह राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के एक केंद्र में कई वर्षों से लेडी हेल्थ विजिटर के रूप में सेवाएं दे रही हैं।