जागरण पड़ताल: 2 साल में भी चालू नहीं हो पाई जिला इंटिग्रेटिड पब्लिक हेल्थ लैब, मरीजों को हो रही परेशानी

फरीदाबाद में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दो वर्ष बीत जाने पर भी जिला इंटिग्रेटिड पब्लिक हेल्थ लैब शुरू नहीं हो पाई है जिससे दूर-दराज के मरीजों को परेशानी हो रही है। स्वास्थ्य केंद्रों में कई टेस्ट उपलब्ध न होने के कारण मरीजों को नागरिक अस्पताल या निजी लैबों में जाना पड़ता है। उच्च अधिकारियों ने इस देरी पर नाराजगी जताई है।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। फरीदाबाद में स्वास्थ्य विभाग की ओर से दो वर्ष में भी जिला इंटिग्रेटिड पब्लिक हेल्थ लैब चालू नहीं हो पाई है। जिला लैब न होने से दूर-दराज के क्षेत्रों के लोग गांव व शहरी क्षेत्र में चल रहे स्वास्थ्य केंद्रों में जाते हैं तो वहां कई टेस्ट न होने पर विभिन्न प्रकार की जांच के लिए जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल आना पड़ता है या फिर निजी लैब में जाने को मजबूर होते हैं।

sourceof news –danik jagran

लैब चालू न होने पर उच्च अधिकारी जता चुके हैं नाराजगी

दो वर्ष पहले स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से जिला लैब चालू करने के आदेश दिए गए थे। अब तीन दिन पहले जिले में हुई समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य महानिदेशक डा. कुलदीप सिंह ने वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. एसएस दहिया से जिला लैब बारे में जानकारी मांगी थी। इसके बाद पता चला कि अब तक लैब चालू नहीं हो पाई है। ऐसे में अन्य केंद्रों में कई प्रकार की जांच के लिए जाने वाले मरीजों को जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल आना पड़ता है।

यह मिलती है सुविधा

शहरी स्वास्थ्य केंद्रों की लैब में हीमोग्लोबिन, ब्लड ग्रुप, ब्लड शुगर, पूर्ण ब्लड काउंट की सुविधा है। केंद्र में सिपलिस, हैपेटाइटिस बी व सी की जांच के लिए नमूने लिए जाते हैं।

केंद्रों की लैब में नहीं है यह सुविधा

किसी भी स्वास्थ्य केंद्र में लीवर व किडनी फंक्शन टेस्ट तथा थायराइड की सुविधा नहीं है। लीवर व किडनी फंक्शन टेस्ट नागरिक अस्पताल में होते हैं। अगर जिला लैब चालू कर दी जाती है तो वहां लिपिड प्रोफाइल टेस्ट भी हो सकेंगे। कोलेस्ट्राल की जांच हो सकेगी। ऐसे में हार्ट के मरीजों को राहत मिलेगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. जयंत आहूजा ने बताया कि जगह का चयन किया जा रहा है। जल्दी ही जिला स्तर पर लैब चालू की जाएगी।

Related Posts

Rewari Crime: 8वीं की छात्राओं से छेड़छाड़ करने वाला शिक्षक गिरफ्तार, रतनगढ़ में मिली थी लोकेशन

रेवाड़ी के खोल थाना क्षेत्र में एक सरकारी स्कूल में आठवीं कक्षा की तीन छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोप में शिक्षक राजेश को राजस्थान के रतनगढ़ से गिरफ्तार किया गया…

बारिश में क्यों हर साल डूबता है गुरुग्राम, जबकि नोएडा-ग्रेटर नोएडा में तो ऐसा नहीं होता?

Gurugram vs Noida-Greater Noida : गुरुग्राम की सबसे बड़ी समस्या यह है कि शहर पहले बन गया, योजना बाद में बनी.. जबकि नोएडा जैसे शहरों में पहले मास्टर प्लान बना,…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *