
फरीदाबाद के सेक्टर-23 स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला को जुलाई में नया भवन मिलेगा। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा एक करोड़ की लागत से निर्माण कार्य कराया जा रहा है। कमरों की कमी के कारण छात्रों को पेड़ के नीचे बैठना पड़ता था। बाउंड्री वाल की मरम्मत भी होगी। 2022 में निर्माण शुरू हुआ था। सुविधाओं में विस्तार होने से दाखिले बढ़ने की उम्मीद है।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। फरीदाबाद में सेक्टर-23 स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला को जुलाई में नया भवन मिलेगा। एक करोड़ की लागत हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से निर्माण कार्य कराया जा रहा है। नया भवन बनने से छात्रों को राहत मिलेगी।
बताया गया कि यहां कमरों का अभाव होने के कारण पेड़ के नीचे कक्षाएं आयोजित होती हैं। जिससे अध्यापकों और विद्यार्थियों को बेहद परेशानी होती है। स्कूल की बाउंड्री वाल की भी मरम्मत की जाएगी। जिससे असामाजिक तत्व और बेसहारा पशु स्कूल में प्रवेश न कर सकें।source ofnews –danik jagran
राजकीय प्राथमिक पाठशाला में 300 से ज्यादा विद्यार्थी पढ़ते हैं। यहां स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार कमरे तक नहीं है। यहां तक की मुख्य अध्यापक के आफिस में भी दूसरी साइड कक्षाएं आयोजित होती है। पुराने भवन की स्थिति बेहद खराब है।
विद्यार्थियों की सुविधा के लिए वर्ष 2022 में करीब एक करोड़ की लागत से भवन का निर्माण कार्य शुरू हुआ। इसे 2023 में पूरा करके सौंपने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। लेकिन बजट और अन्य कारणों की वजह से काम तय समय पर पूरा नहीं हो पाया था। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद के अधिकारियों का कहना है कि 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है। रंगाई पुताई का काम चल रहा है। जुलाई में भवन सौंप दिया जाएगा।
सुविधाओं में विस्तार होगा तो बढ़ेंगे दाखिले
जिला शिक्षा विभाग और हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद राजकीय स्कूलों की सूरत बदलने में जुटा हुआ है। इसी के तहत सेक्टर-23 के स्कूल में भी निर्माण हो रहा है। स्कूल में विद्यार्थियों के लिए स्वच्छ पेयजल, खेलने के लिए मैदान, लाइब्रेरी, स्टाफ रूम मिड डे मील के लिए अलग से कमरा तैयार किया जा रहा है।
वहीं, लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है। स्कूल को नया भवन मिलने के बाद सुविधाओं का विस्तार होगा। इस स्कूल में सेक्टर-23 और आस-पास के विद्यार्थी पढ़ने के लिए आते हैं। सुविधाएं बढ़ेंगी तो दाखिला में ज्यादा संख्या में होंगे।