
हरियाणा के फरीदाबाद जिले में नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। निगम ने पहले दुकानदारों को स्वरोजगार के लिए लोन दिया और फिर उन्हीं की दुकानें तोड़ दी। घटना तीन नंबर इलाके की है, जहां निगम की टीम ने अचानक पहुंचकर खोखे नुमा दुकानों को तोड़ दिया।
खोखा लगाकर रोजगार किया शुरू
जानकारी के अनुसार 65 वर्षीय राधेश्याम तिवारी ने बताया कि कुछ महीने पहले उन्होंने निगम से 20 हजार रुपए का लोन लिया था। इस राशि से उन्होंने खोखा लगाकर अपना रोजगार शुरू किया। वह नियमित रूप से लोन की किस्तें भी चुका रहे थे, लेकिन अब दुकान टूट जाने से वह न केवल बेरोजगार हो गए हैं, बल्कि लोन की किस्तें भी नहीं चुका पाएंगे।
Source of news-Dainik Bhakar
बिना किसी सूचना के तोड़ी दुकान
एक अन्य दुकानदार धर्मेंद्र ने भी निगम से 10 हजार रुपए का लोन लिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि निगम ने बिना किसी पूर्व सूचना के उनकी दुकान तोड़ दी। उनका कहना है कि निगम एक तरफ स्वरोजगार के लिए लोन दे रहा है और दूसरी तरफ लोगों को बेरोजगार कर रहा है।