
चार मौत होने के बाद विकास के घर में बुधवार को महिलाएं विलाप करती रहीं। महिलाएं कहती रही कि पति से अनबन होने पर तेज कुमारी को आत्महत्या करनी थी तो वह अकेली कर लेती। इन मासूम बच्चियों का क्या कसूर था।
उत्तर प्रदेश के बागपत के टीकरी कस्बे की पट्टी भोजान में मां ने तीन बेटियों को मौत के घाट उतारने के बाद खुद भी जान दे दी। मामले में नई-नई बातें सामने आ रही हैं। मृतका के विकास ने बताया कि वह अनपढ़ है और टूरिस्ट बस चलाता है। उसकी पत्नी तेज कुमारी ने नेपाल से बीए की पढ़ाई कर रखी थी, जो घर में बच्चों को भी पढ़ाती रहती थी। इसी वजह से वह दिल्ली में जाकर रहने और बेटियों को बड़े स्कूल में पढ़ाने का दबाव भी बनाती रहती थी।
यह है मामला
टीकरी कस्बे की पट्टी भोजान निवासी टूरिस्ट बस चालक विकास की पत्नी तेज कुमारी ने अपनी बेटी गुंजन, किट्टो और नीरा की चुनरी से गला घोंटकर हत्या करने के बाद खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। रात करीब नौ बजे नींद से जागे विकास को कमरे का दरवाजा बंद मिला और आवाज लगाने पर भी अंदर से जवाब नहीं आने पर उसने पुलिस को बुला लिया।
इसके बाद चारों के शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए। पूछताछ में विकास ने बताया कि पत्नी तेज कुमारी तीनों बेटियों को लेकर दिल्ली में उसके साथ रहना चाहती थी, इससे मना करने पर पत्नी ने यह कदम उठाया।
उधर, बुधवार को चारों के शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया। बुधवार देर शाम चारों शव गांव पहुंचे तो बच्चियों के शव देखकर लोगों की आंखे नम हो गई। परिवार वालों ने तीनों बहनों के शवों को गड्ढे में दबा दिया, जबकि तेज कुमारी का श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया।
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कागजों में त्रुटि बताकर पोस्टमार्टम रोका: टीकरी
चेयरमैन प्रतिनिधि उपेंद्र राठी ने बताया कि बुधवार को चारों शवों का पोस्टमार्टम कराने के लिए परिवार वाले वहां पहुंच गए। तभी चिकित्सक ने कागजों में त्रुटि बताकर पोस्टमार्टम रोक दिया।