
Prayagraj Flood Update Today : अपना रौद्र रूप दिखाने के बाद गंगा और यमुना का जलस्तर तेजी से नीचे जा रहा है। गंगा और यमुना दोनों नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से एक मीटर नीचे पहुंच गया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है। बाढ़ राहत शिविरों में रह रहे लोग अपने घरों में पहुंच रहे हैं।
Prayagraj Flood Update : तीन दिन में दो मीटर घटा जलस्तर, 60 मोहल्ले व 290 गांव अभी भी प्रभावित
अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज Published by: विनोद सिंह Updated Fri, 08 Aug 2025 12:03 PM IST
Prayagraj Flood Update Today : अपना रौद्र रूप दिखाने के बाद गंगा और यमुना का जलस्तर तेजी से नीचे जा रहा है। गंगा और यमुना दोनों नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से एक मीटर नीचे पहुंच गया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है। बाढ़ राहत शिविरों में रह रहे लोग अपने घरों में पहुंच रहे हैं।
Prayagraj Flood Update: Water level in Yamuna started decreasing, speed of Ganga also stopped
शिवकुटी इलाके में जलस्तर कम होने के बाद सफाई करते लोग। – फोटो : अमर उजाला।
खतरे के निशान से तीन दिन में गंगा-यमुना का दो मीटर जलस्तर घटने से चिंता कम पर दुश्वारियां बढ़ गई हैं। हालांकि, शहर के करीब 60 मोहल्ले व जिले के 290 गांव अब भी बाढ़ की चपेट में हैं। हजारों बेघर लोग रिश्तेदारों के यहां और शिविरों में रह रहे हैं। वहीं, जो घरों में रुके हैं, वे भोजन और साफ पानी के संकट से जूझ रहे हैं। प्रशासनिक प्रयासों के बावजूद कई इलाकों का संपर्क अभी भी कटा हुआ है।
जलभराव से जनजीवन अभी भी अस्त-व्यस्त
शुक्रवार को गंगा का जलस्तर फाफामऊ में 82.46 और यमुना का नैनी में 83.00 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से नीचे है, लेकिन शहर के मोहल्लों और ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव से जनजीवन अभी भी अस्त-व्यस्त है। डीएम मनीष कुमार वर्मा ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा कर राहत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जलस्तर में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है। जैसे-जैसे पानी उतरेगा, सफाई व मरम्मत कार्यों में तेजी लाई जाएगी।
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लोग कंट्रोल रूम में कर रहे कॉल, जानना चाह रहे हालात
अपने घर छोड़ कर गांव या रिश्तेदारों के यहां शरण लेने वाले लोग कंट्रोल रूम में फोन कर बाढ़ की स्थिति जानने की कोशिश कर रहे हैं। लोग लौटने की योजना बना रहे हैं लेकिन रास्ते बंद होने और जलभराव की वजह से समस्याएं आ रही हैं।